अमिताभ सर का ब्लॉग और मेरा लेख

बात लगभग २ वर्ष पुरानी है, जब सर के साथ काम करते हुए बीबीसी से सम्बंधित कोई बात उठी और क्योंकि बीबीसी ने भारत के चंद्रयान को लेकर कुछ तिरस्कारपूर्ण बातें कही थी। सर को यह अच्छा नहीं लगा और उन्होंने इस बात के विरुद्ध मुझे कुछ लिखने को कहा और अंततः निम्नलिखित लेख जिसे मैंने लगभग आधे घंटे में लिखा था, उसे सर ने अपने आधिकारिक ब्लॉग पर जगह दी थी।

बात तो आज भी अविश्वसनीय लगती है किन्तु जब यह उनके ब्लॉग पर देखा तो लगा कि सफलता के एक परचम को छू लिया हो।

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